मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इलाहाबाद में वर्ष 2019 में होने वाले अर्द्धकुंभ मेले की तैयारियां अभी से करने के निर्देश दिए हैं।सचिवालय एनेक्सी में शनिवार को समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि अर्द्धकुंभ के लिए गंगा-यमुना की निर्मलता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने गंगा को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए कानपुर व कन्नौज जिलों में चल रहे चमड़ा उद्योग इकाइयों को चरणबद्ध तरीके से शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में प्रवेश के बाद गंगा के किनारे बसे कई जिलों के नालों, उद्योगों का उत्प्रवाह इसमें गिराया जाता है। इससे गंगा का जल अत्यधिक प्रदूषित हो चुका है। यह सुनिश्चित करना होगा कि गंगा में प्रदूषित जल न पहुंचे।
योगी ने कहा कि रुड़की के पास से गंगा के जल को विभिन्न क्षेत्रों में जल की समस्या से निपटने के लिए अनेक नहरों की ओर डायवर्ट किया जाता है, जिससे नदी में जल की मात्रा कम हो जाती है।सिंचाई के लिए जहां नहरों में जल की पर्याप्त उपलब्धता आवश्यक है, वहीं विभिन्न शहरों की पेयजल समस्या का समाधान भी जरूरी है।
ऐसे में ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत तालाबों की खोदाई करवाई जाए, वर्षा जल को संचित किया जाए। उन्होंने ग्राम पंचायतों तथा स्थानीय निकायों से सहयोग लेने के भी निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि गंगा की निर्मलता के लिए केंद्र सरकार ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत राशि उपलब्ध करा रही है। अधिकारी केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय से संपर्क कर परियोजनाएं स्वीकृत कराएं, ताकि ‘नमामि गंगे’ के तहत गंगा की सहायक नदियों को शामिल करते हुए उन्हें प्रदूषणमुक्त बनाया जा सके।
उन्होंने नदियों से सिल्ट निकालने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे नदियों में पानी की कमी नहीं रहेगी। बैठक में कई मंत्री व अधिकारी मौजूद थे।