उत्तर प्रदेश में दुर्गा पूजा, दशहरा और मोहर्रम के मद्देनजर देश में सर्वाधिक मोहर्रम के जुलूसों वाले शहर लखनऊ समेत 25 जिलों को सर्वाधिक संवेदनशील माना गया है, जिसके चलते लखनऊ में 11 कंपनी पीएसी तैनात की गई हैं.
पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने इन संबंधित जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है, जिससे त्यौहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखी जा सके.
डीजीपी सुलखान सिंह शनिवार को मोहर्रम के मद्देनजर लखनऊ पुलिस की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे. डीजीपी के साथ आईजी रेंज और एडीजी जोन भी थे. तीनों अधिकारियों ने पुराने लखनऊ के उन इलाकों का दौरा किया जहां से मोहर्रम के जुलूस गुजरने हैं.
बता दें कि इस बार लखनऊ के अळावा, गोरखपुर, बस्ती, वाराणसी, मुरादाबाद, सहारनपुर, अलीगढ़, मिर्जापुर समेत 35 जिले दुर्गापूजा और मोहर्रम एक साथ पड़ने के कारण संवेदनशील घोषित किए गए हैं. इन सभी जिलों को 45 कंपनी और 2 प्लाटून पीएसी, 16 एडिश्नल एसपी, 38 सीओ डीजीपी मुख्यालय की तरफ से इन तीनों त्यौहारों की सुरक्षा के लिए दिए गए हैं.
पुलिस महानिदेशक कार्यालय के प्रवक्ता, पुलिस महानिरीक्षक विजय सिंह मीणा ने बताया सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से 35 जिलों को संवेदनशील माना गया है. इन जिलों में 45 कंपनी पीएसी की तैनाती की जाएगी. इसके अतिरिक्त इन जिलों में अलग से भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों की तैनाती भी की जाएगी.
मीणा ने बताया कि लखनऊ को सबसे संवेदनशील माना गया है. इसके अतिरिक्त मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, फिरोजाबाद, अलीगढ़, कानपुर नगर और फैजाबाद को प्रमुख तौर पर अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है.