उत्तर प्रदेश की नई सरकार ने शुक्रवार को प्रदेश में बिजली आपूर्ति को लेकर कुछ बड़े एलान किए थे। यूपी के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रेस कॉन्फेंस के जरिए कहा था कि अब उत्तर प्रदेश के हर जिला मुख्यालय को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि तहसील में 20 घंटे, गांव को 18 घंटे बिजली मुहैया कराई जाएगी। हालांकि योगी आदित्य नाथ सरकार की इस योजना पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा है कि इतनी बिजली तो उनकी सरकार के समय भी दी जा रही थी। अखिलेश यादव ने यह बात एक ट्विट के जरिए कही। उन्होंने यह भी कहा कि पहले के बराबर ही बिजली देने का ऐलान करना जनता के साध धोखा है। जनता को इससे ज्यादा चाहिए, नाकि उतना ही।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार रात ट्विट किया, “जितनी बिजली पहले से ही मिल रही है, उतने ही की घोषणा फिर से करना निरर्थक है। जनता की अपेक्षा यथास्थिति की नहीं, इससे अधिक आपूर्ति की है।” इसके अलावा अखिलेश ने कुछ तथ्य पेश करते हुए यह दिखाया कि उनके समय में भी गांवों को 18 और शहरों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही थी। उन्होंने अपने समय की बिजली योजना और वर्तमान सरकार की बिजली घोषणाओं के पोस्टर शेयर किए हैं।गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि परीक्षाओं के दौरान छात्रों को पढाई में कठिनाई ना हो, इसके लिए रात को भी बिजली दी जाएगी। सुबह परीक्षा के समय भी बिजली रहे, ये सुनिश्चित करने के लिए सभी अधिकारियों को आदेश दिये गये हैं। उत्तर प्रदेश में 2018 तक हर गांव, हर घर और हर गरीब को बिजली देने का लक्ष्य है। शर्मा ने कहा कि ये प्रयास किया जा रहा है कि किसी तु्रटि के बिना ये रोस्टर लागू हो। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के हर नागरिक को 24 घंटे बिजली मिले। सबको सस्ती बिजली मिले। हर क्षेत्र को, गांव को, गरीब को बिजली मिले।