उत्तर प्रदेश के रामपुर छेड़छाड़ मामले में मुख्य आरोपी सहित आठ लोगों को दबोचा गया है। पुलिस ने यह कार्रवाई घटना से जुड़े वायरल हुए वीडियो को देखने के बाद की है। हालांकि, छह आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पकड़े गए आरोपियों पर यह कार्रवाई पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गुंडा एक्ट के तहत की गई। वहीं, आज इस मामले में पीड़िताओं के बयान लिए जाएंगे।
रामपुर पुलिस इससे पहले छेड़छाड़ करने वाले चार आरोपियों के नाम ट्विटर पर अपने पत्र के माध्यम से जारी किए थे, जिनमें फरमान, दानिश, सद्दाम और सिजाज शामिल हैं। वहीं, बाद में फाजिल, भूरा और रईस समेत चार आरोपी धरे गए। जबकि फरार चल रहे छह आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की चार टीमें दबिश दे रही हैं।
रामपुर में थाना टांडा में 14 मनचलों ने लड़कियों के साथ छेड़छाड़ कर दी थी। पीड़िताएं तब बाजार से भाई संग लौट रही थीं। वापस आते वक्त भाई मोटरसाइकिल में पेट्रोल डलाने लगा। वे इस दौरान टॉयलेट के लिए नज़दीक के जंगल में चली गईं। तभी वहां 14 मनचले आ पहुंचे थे और उन्होंने छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया था।
छेड़छाड़ के इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें पीड़िताएं अपनी आबरू के लिए शोर मचाती दिखीं। मनचले फिर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। वे छेड़छाड़ करते रहे। कोई घटना के दौरान की फोटो खींचकर फेसबुक पर डालने की बात कहता रहा, तो कोई उनसे बदलसलूकी करता नजर आया। पीड़िताएं इस दौरान कहतीं रहीं, “गंदा काम नहीं करने आए हैं भैया। तुम्हारे घर में किसी की बहन नहीं है क्या”। इसके बाद भी वे नहीं माने और छेड़छाड़ करते रहे।