समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर आजम खां के खिलाफ फतवा जारी किया गया है। मुरादाबाद के दारुल इफ्ता जामिया नईमिया के धर्मगुरु मुहिब्बे अली नईमी ने ये फतवा जारी किया है। उन्होंने सपा नेता पर आरोप लगाते हुए कहा कि आजम खान ने कब्रिस्तान की जमीन पर जबरन कब्जा किया है। गरीबों की जमीन-जायदाद को जबरन कब्जाया है। फतवे का एक वीडियो भी न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी किया है जिसमें मुस्लिम धर्मगुरु कहते हुए नजर आ रहे हैं, ‘ये फतवा उन्होंने करीब तीन महीने पहले लिया था। क्योंकि मुजाहलिया गंज सीन खेड़ा ग्राम में कब्रिस्तान से मुस्लिमों की कब्रों को खोदकर सड़के बनवाईं गईं। ये सबकुछ पूर्व कैबनेट मंत्री आजम खां द्वारा किया गया।’ मुस्लिम धर्मगुरु ने आगे कहा कि 50 बीघा कब्रिस्तान की जमीन पर सड़के बनाने के अलावा बाकी बची हुई जमीन पर आजम खां ने कब्जा कर लिया। वहां उन्होंने यूनिवर्सिटी बनवा दी।
मुहिब्बे अली नईमी ने आगे कहा कि आजम खां के कार्यकाल के दौरान वहां मुसलमानों के साथ बहुत जुल्म किया गया। गरीबों के साथ मारपीट कर पुलिस ने जबरन उनके उंगलियों के निशान लेकर उनसे जमीन छीन ली। उन्होंने आगे कहा कि आजम खां ने एक अन्य कब्रिस्तान को भी खुदवाया और कब्रों से लाशों को बाहर निकाल दिया। इसीलिए आजम खां के खिलाफ शरियत का फतवा जारी किया गया है। फतवे में ऐसे इंसान को जालिम और गुनाहगार बताया है। नईमी ने आगे कहा कि आजम खां को खुदा से माफी मांगनी चाहिए और सार्वजनिक तौर पर मुसलमानों से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही गरीबों की संपत्तियों को सपा नेता जल्द से जल्द वापस करें। मौलाना मुहिब्बे अली ने आगे कहा कि आजम खां खुद को मुसलमानों का सबसे बड़ा नेता बताते हैं लेकिन अब उनकी सच्चाई सबके सामने आ चुकी है।