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सुशील मोदी बोले- भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के साथ सरकार कैसे चला सकते हैं नीतीश

मंगलवार की सुबह राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के लिए अच्छी नहीं रही. सुबह करीब 8.30 बजे से आयकर विभाग ने लालू यादव और उनके परिवार समेत कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी लगभग 1000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को लेकर की गई. छापेमारी के बाद बीजेपी नेता सुशील मोदी लालू और नीतीश कुमार पर हमलावर रहे. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को अब इस पर विचार करना चाहिए कि आखिर वह ऐसे लोगों के साथ सरकार कैसे चला सकते हैं, जो कि घोटालों और भ्रष्टाचार में लिप्त है.

सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव के ऊपर झारखंड में ही चार मामले चल रहे हैं. सुशील मोदी बोले कि प्रेम चन्द्र गुप्ता, ओ0पी0 कत्याल, अशोक बन्थिया, कांति सिंह, रधुनाथ झा, 8 हजार करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद वीरेन्द्र जैन जैसे लालू परिवार को सम्पत्ति देने वाले लोगों की ऋखंला में एक और हवाला आपरेटर विवेक नागपाल का भी नाम जुड़ गया है.

विवेक नागपाल ने भी अपनी कम्पनी KHK Holding Pvt. Ltd. को लालू परिवार को दिल्ली की कीमती जमीन सहित सौंप दी . मीसा भारती ने 1998 में स्थापित इस कम्पनी को मात्र 1 लाख में खरीद लिया., विवेक नागपाल ने अपने सारे शेयर (10 हजार) मीसा भारती को दे दिया. आज इस कम्पनी में मीसा भारती के 9900 तथा शैलेश कुमार के 100 शेयर है.

सुशील मोदी बोले कि अक्टूबर, 2014 में KHK Holding Pvt. Ltd. के 42लाख 33 हजार की Residential Property एवं 1 करोड़ 78 लाख की 2 बीघा 8 बिस्सा जमीन के मालिक लालू की बड़ी वारिस मीसा भारती हो गई थी.

बेटी-दामाद के ठिकानों पर छापेमारी
लालू यादव के बेनामी संपत्ति को लेकर आयकर विभाग ने जो छापेमारी की है. उसमें लालू यादव की बेटी-दामाद के ठिकानों पर छापेमारी हुई है. इसके अलावा लालू के सहयोगी पीसी गुप्ता के संबंधियों के यहां भी छापेमारी हुई है.

दिल्ली गुरूग्राम में कुल 22 ठिकानों में छापेमारी अनेक कंपनियों और अन्य लोगों के यहां भी छापेमारी लालू की बेटी ने जिस पैसे से फार्म हाऊस खरीदा वो पैसा दिल्ली के दो एंट्री ऑपरेटरों की कंपनी से आया था एसके जैन और वीके जैन नाम के एंट्री आपरेटर दोनों को ईडी गिरफ्तार कर चुका है.

जैन की कंपनियों से मिशेल पैकर्स एंड प्रिन्टर्स में पैसा आया इस कंपनी में मीसा और उनका पति निदेशक ये कंपनी लालू के अधिकारिक दिल्ली के पते पर रजिस्टर्ड थी इसके अलावा अन्य संदिग्ध कंपनियों से भी पैसा आया था. पैसों के जरिए अनेक बेनामी खरीदी गई शक के आधार पर छापे कुछ एंट्री ऑपरेटरों के यहां भी छापेमारी हुई है.

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