उत्तर प्रदेश

हीट स्ट्रोक से हो गई दो लोगो की मृत्यु, गर्मी हुई जानलेवा

SI News Today

कानपुर (जागरण संवाददाता)। आसमान से बरस रही आग से गर्मी जानलेवा होती जा रही है। लू के थपेड़ों ने राहगीरों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। बच्चे बूढ़े और महिलाएं सब गर्मी की मार से बेहाल हैं। भीषण तपन के चलते लोगों का घरों से निकलना ही मुश्किल हो गया है। सेंट्रल स्टेशन के पास हीट स्ट्रोक से अधेड़ और वृद्ध की मौत हो गई। काफी प्रयास के बाद भी मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी।

सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के सामने शुक्रवार शाम 50 वर्षीय अधेड़ बेसुध मिला। जीआरपी सिपाही यशपाल उसे रेलवे हास्पिटल ले गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। काफी प्रयास के बाद भी उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। उधर शनिवार शाम सेंट्रल स्टेशन के रिर्जेवेशन हाल सिटी साइड पार्किंग में पेड़ के नीचे 60 वर्षीय वृद्ध का शव मिला। सिपाही सुनील कुमार उसे रेलवे हास्पिटल ले गए जहां उसे भी मृत घोषित कर दिया उसकी भी शिनाख्त नहीं हो सकी। रविवार को दोनों शवों को पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें हीटस्ट्रोक से मौत होने की पुष्टि हुई है।

बढ़ रही हैं संक्रामक बीमारियां: भीषण गर्मी की मार के बीच तापमान के उछाल से संक्रामक बीमारियों ने हमला किया है। सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की लाइन बढ़ी है। लोग हीट स्ट्रोक, पीलिया, डायरिया, टायफाइड, चिकन पाक्स, सिरदर्द, बुखार की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। लाला लाजपतराय अस्पताल (हैलट) के मेडिसिन विभाग की तीन ओपीडी चलती है। यहां रोजाना 750-800 मरीज आते हैं। पिछले एक हफ्ते में टायफाइड के 80-100, पीलिया के 30-40, बुखार, उल्टी व दस्त के 40-50 मरीज आ रहे हैं। हीट स्ट्रोक में सिरदर्द, बेहोशी व चक्कर की समस्या से 10-15 लोग आ रहे हैं। उर्सला की 200-230 की ओपीडी में 30-40 मरीज डायरिया, 5-7 हीट स्ट्रोक की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।

एकेआई के मरीज गंभीर: एलएलआर अस्पताल में एकेआई (एक्यूट किडनी इंजरी) के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। 5-7 मरीज वार्ड और आइसीयू में भर्ती हुए हैं। इसमें पसीना अधिक निकलने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइसिस की कमी हो जाती है, जिससे गुर्दों के कार्यों में असर पड़ने लगता है। कई बार डायलिसिस तक की आवश्यकता पड़ती है।

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