लखनऊ: यूपी एटीएस ने 7 बहके हुए युवाओं की काउंसलिंग कर उन्हें आतंकी बनने से रोका। इन 7 युवाओं के परिजनों ने यूपी एटीएस के हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करके मदद मांगी थी। इसके बाद आईजी एटीएस असीम अरूण की देख रेख में इन भटके हुए युवाओं की काउंसलिंग की गई और इन्हें आतंकी बनने से रोका गया।
मथुरा, अलीगढ़, इलाहाबाद और गोरखपुर से आई शिकायतें
– IG यूपी एटीएस असीम अरुण ने बातचीत में बताया- ”पिछले दिनों हमारे हेल्प लाइन नंबर पर 7 युवाओं के परिवार की ओर से यह जानकारी दी गई कि ये युवा गुमराह हो गए हैं। साथ ही इन परिवारों ने हमसे मदद मांगी कि हम इन्हें सही ट्रैक पर लेकर आएं।”
– ”इस बात को हमने एक चुनौती के तौर पर लिया और इनकी काउंसलिंग की शुरुआत की गई।” बता दें, ये शिकायतें मथुरा, अलीगढ़, इलाहाबाद और गोरखपुर से आई थीं।
IG एटीएस असीम अरुण के मुताबिक, इन युवाओं की तीन तरीके से काउंसलिंग की गई। जो इस प्रकार हैं-
#शिक्षा के आधार पर
– इन गुमराह युवाओं को शिक्षा के आधार काउंसलिंग की गई। जिसके तहत उन्हें सही शिक्षा और ट्रेनिंग के बारे में बताया गया और बुनियादी शिक्षा दी गई।
– साथ ही समाज के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई। वहीं समाज में योगदान करने की भावना को भी जागृत किया गया।
#रोजगार के आधार पर
– एटीएस की ओर से इन गुमराह युवाओं को बुनियादी शिक्षा के साथ-साथ रोजगार परक शिक्षा भी दी गई। जिससे की वो रोजगार हासिल कर सकें।
– इसमें उन्हें कम्प्यूटर से जुड़े शॉर्ट टर्म कोर्सेज सिखाए जाते हैं। साथ ही बैंक से लोने लेकर बिजनस र्स्टाट करने की तरीके भी बताए जाते हैं।
#धर्म के आधार पर
– एटीएस ने इन 7 युवाओं को धर्म के असल मायने भी बताए। साथ ही उनसे धार्मिक मसलों पर चर्चा करके धर्म को लेकर उनकी गलतफहमियों को दूर किया।
– काउंसलिंग के दौरान युवाओं को बताया गया कि सभी धर्म जीने की राह सिखाते हैं। किसी भी धार्मिक गंथ में आतंक के लिए कोई जगह नहीं है।
ATS ने 27 अप्रैल को जारी किया था हेल्पलाइन नंबर
– यूपी एटीएस ने बहके हुए युवाओं को सही ट्रैक पर लाने के लिए 27 अप्रैल को हेल्पलाइन नंबर 0522-2304586 और 9792103156 जारी किया थ।
– एटीएस के मुताबिक, ये हेल्पलाइन नंबर उन लोगों के लिए राहत है, जिन्हें लगता है कि उनका कोई फैमिली मेंबर गलत रास्ते पर है। लेकिन वो समझ नहीं पाते कि क्या करें।
– बता दें, इस हेल्पलाइन नंबर पर अब तक 125 कॉल आ चुकी हैं। जिनमें से इन 7 लोगों को सीरियस केस के तौर पर ट्रीट करते हुए, इनकी काउंसलिंग की गई।