कठुआ और उन्नाव गैंगरेप के मामलों को लेकर जनता का आक्रोश अभी भी कम नहीं हुआ है। अब लोगों का गुस्सा बैनरों और पोस्टरों के जरिए बाहर निकल आ रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कुछ इसी प्रकार का बैनर देखने को मिला। बैनर पर लिखा था- इलाके में महिलाएं और बच्चियां रहती हैं। ऐसे में भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं का मोहल्ले में आना मना है। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बैन से जुड़े इन बैनर को लेकर शिकायत मिलने पर पुलिस हरकत में आई। ये बैनर-पोस्टर जहां-जहां भी लगे थे, पुलिस ने तत्काल इन्हें उतरवाया और हटवाया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि काशी से पहले कुछ इसी तरह का बैनर-पोस्टर बाबा विश्वनाथ की नगरी से सटे इलाहाबाद के एक मोहल्ले में लगा मिला था। ताजा मामले में सोमवार (16 अप्रैल) को यह बैनर बनारस के नई सड़क इलाके में लगा देखा गया था, जो कि मुस्लिम बहुल इलाका है। बैनर में लिखा था, “इस मोहल्ले में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आना मना है, क्योंकि यहां महिलाएं और बच्चियां रहती हैं।” बैनर में निवेदक के नाम के आगे समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अहमद रजा उर्फ बाबू का नाम लिखा है, जबकि स्थानीय लोगों ने इस बैनर के बारे में किसी प्रकार की जानकारी न होने की बात कही है।
मामले से जुड़ी एक वीडियो क्लिप भी सामने आई है। दशाश्वमेध पुलिस इसमें चौराहे पर लगे भाजपा विरोधी बैनर को हटवाती नजर आई। पुलिस वाले ने इस दौरान बताया कि वॉट्सएप पर इस बैनर को लेकर शिकायत मिली थी। फिलहाल इसे हटा लिया गया। यह विवादित है या नहीं, यह बात जांच में देखी-समझी जाएगी।
याद दिला दें कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप मामले में मुख्यारोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर है। ऐसे में बीजेपी को लोगों के गुबार का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल यह मामला सीबीआई के पास है, जिस पर जांच-पड़ताल जारी है।