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इस एक्टर का चश्में की वजह से टूटा ख्वाब, जानिए वजह…

लखनऊ: टीवी चैनल पर नए शो के प्रमोशन के लिए अविनाश सचदेव राजधानी पहुंचे। ये शो पुनर्जन्म जैसी कहानी पर आधारित है। बातचीत के दौरान अविनाश ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के किस्से शेयर किए।

पुराना जन्म बेचैन करता है…
– शो एक 8 साल के बच्चे कृष की कहानी है। जो हर बच्चे की तरह शरारत करता है। उसके घर वाले उसको जान से ज्यादा प्यार करते हैं लेकिन जब कृष 8 साल का होता है तो उसको पिछले जन्म की कुछ घटनाएं याद आने लगती है।

– जो उसे बेचैन करने लगती है। पिछले जन्म में उसके दोस्तों और उसकी गर्लफ्रेंड ने उसके साथ छल किया था और इसी का बदला कृष इस जन्म में लेता है।

शो के लिए घटाया 11 Kg वज़न
– अविनाश ने कहा, ”मैं शो को लेकर काफी एकसाईटेड हूं। मैंने इससे पहले इस तरह का रोल नहीं किया है। दूसरे लोग शोज बनाते हैं, उनकी शूट 28-30 दिन होती है। इस शो की शूट 18-20 दिन होती है। जिसके बाद मुझे भी अपने लिए वक़्त मिल जाता है।”

– ”इस शो के मैंने 11 किलो वेट घटाया। शो में मुझे 24 साल का दिखना था। जबकि असली उम्र 31 साल है। इसके लिए मैंने अपनी दाढ़ी कम की। वेट कम किया।”

– ”डाइट कंट्रोल करने के लिए पार्टीज में जाना कम कर दिया। वहां जाकर उल्टा सीधा खाना खाना पड़ता था। इसके आलावा जिम भी करता रहता था।”

एयरफोर्स पायलट बनना चाहता था
– अविनाश ने कहा, ”फिल्म लाइन में गलती से आ गया। मैं पैदा हुआ मुंबई में लेकिन मेरी पढ़ाई लिखी और पूरी जिंदगी बड़ोदा में कटी। बड़ोदा में एक सागर फिल्म सिटी हुआ करती थी।”

– ”अक्सर मैं वहां घुस जाता था। मेरे अन्दर इंड्रस्टी और फिल्म लाइन को जानने की जिज्ञासा बहुत थी। वहां मैं अपने सोर्स से किसी भी तरह जाता था और कोने में खड़ा हो कर देखता था।”

– ”वहां क्या हो रहा कैसे हो रहा। मैं वहां जाकर चीजों को ओब्सर्व करता था। जब पापा को ये पता चला तो वो हैरान रह गए। क्योकि वो चाहते थे कि मैं आईएएस बनूं। मैं एयरफोर्स पायलट बनना चाहता था।”

चश्में ने तोड़ा ख्वाब
– ”कुछ दिन बाद मुझे चश्मा लग गया था। चश्मे के साथ मेरा ड्रीम भी बिखर गया। मैं हारकर पापा से बोला मुझे आपकी कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करना है।”

– ”पापा ने साफ मनाकर दिया। उन्होंने कहा, ”मुझे तेरे पैसे में इंटरेस्ट नहीं है। तुझे मेरे पैसे में नहीं होना चाहिए। तू अपनी जिंदगी जी और मुझे तेरे पास आ कर मुंबई में रहना नहीं है। तेरा लाइफ स्टाइल अलग है मेरा अलग।”

– ”मैंने जो कुछ सीखा वो ऑब्जरवेशन से सीखा और मेरे पास इसकी कोई डिग्री भी नहीं है। मैं अक्सर निकल जाता हूं अकेले अपना कैमरा ले कर खुद ही एक्टर बन जाता हूं। खुद बाइट लेता हूं। खुद डायरेक्ट करता हूं तो डायरेक्शन मेरे अन्दर से नहीं जा सकता।”

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