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इस एक्ट्रेस को पहली बार मिला लीड रोल

लखनऊ! इस प्यार को क्या नाम दूं सीजन 3 में बरुन सोबती के अपोजिट रोल निभाने वाली शिवानी तोमर पिछले दिनों लखनऊ में थीं। बातचीत में इन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ी बातें शेयर कीं।

…तो इसलिए सोशल मीड‍िया से बनाई दूरी
– शो में श‍िवानी बनारस की एक लड़की के रोल में हैं, जिसका नाम चांदनी है। वो कहती हैं, ”जब मुझे शो के लिए ऑफर हुआ, तो एक ही बात पूछी गई कि क्या मुझे संस्कृत आती है?’

– ”मुझे भगवद गीता के श्लोक पढ़ने होते हैं, जिसके लिए संस्कृत जरूरी थी। जब मुझे स्क्रिप्ट सुनाई गई, तो संस्कृत के नाम पर मैं डर गई। क्यूंकि मुझे हिंदी इंग्लिश पर तो कमांड है, लेकिन संस्कृत सिर्फ 6ठी क्लास तक स्कूल में पढ़ा था।”

– ”रोल में उतरने के लिए मुझे स्कूल की किताबें फिर से उठानी पढ़ीं, साथ ही यू ट्यूब पर भी विडियो देखा।”

– ”पहले सीजन में सनाया और बरुन की जोड़ी काफी हिट रही, इसलिए जब फाइनली अनाउंस हुआ कि मैं बरुन के अपोजिट रोल करुंगी, तो मेरे सोशल मीडिया की टाइमलाइन पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई।”

– ”इसमें बहुत सारे नफरत वाले मैसेज भी आए। कुछ ने तो साफ कह दिया कि अगर शो में सनाया नहीं होगी, तो वे शो नहीं देखेंगे। ये मेरे लिए काफी तकलीफ देने वाला था। हर रोज ऐसे ही मैसेज मेरी टाइमलाइन पर पड़े होते थे, जिसे देखकर मुझे तनाव होता था।”

– ”फिर एक स्टेज ऐसे आया जब मैंने सोशल मीडिया से कुछ दिन के लिए दूरी बना ली, क्यूंकि मैं अपने काम पर ध्यान देना चाहती थी।”

6 साल में पहली बार मिला लीड रोल
– 22 फरवरी 1990 को दिल्ली में जन्मी शिवानी कहती हैं, ”मैं इस फील्ड में इत्तेफाक से आ गई। बहुत अच्छी ड्राइंग बनती थी, इसलिए आर्ट कोर्स करने के बाद मैंने ग्राफिक डिजाइनर की जॉब कर ली।”

– ”इसी जॉब के लिए एक बार मुझे मुंबई जाने का मौका मिला। यहां आने के बाद मैंने एक्टिंग करने का मन बना लिया। घर से किसी भी तरह का विरोध नहीं हुआ। पैरेंट्स ने भी सपोर्ट किया। मैं ऑडिशन देती रही। इसी दौरान मुझे बालाजी से ‘गुमराह’ शो के लिए ऑफर आया।”

– ”बहुत से छोटे-छोटे रोल मिले। अलग-अलग शोज में 6 साल में पहली बार ‘इस प्यार को क्या नाम दूं’ में लीड रोला मिला।”

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