लखनऊ । उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ उतरी कांग्रेस का अनुभव बेहद खराब रहा। आज कांग्रेस की समीक्षा बैठक में सर्वाधिक चर्चा इस गठबंधन के फैसले के साथ ही इसके कारण लाभ व हानि पर भी होगी। माना जा रहा है कि आज कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर आर या पार का निर्णय होगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस हर स्तर पर समीक्षा कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेने के साथ ही गठबंधन के बारे में अपना नजरिया स्पष्ट कर दिया है। कल ही राज बब्बर ने कहा कि ऊपर के निर्देश के कारण यह गठबंधन हुआ था। कल दिल्ली में समीक्षा के दूसरे दिन भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस की समीक्षा होगा। हार के कारणों पर समीक्षा के लिए आज लखनऊ में पार्टी कार्यालय में बैठक बुलाई गई है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर शामिल होंगे। इसके अलावा प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी शामिल होंगे। इनके साथ कई जिलों के अध्यक्ष भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
फैसला दोनों पार्टियों का, बैठक में कांग्रेस-सपा के भविष्य पर चर्चा
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन और उसके भविष्य पर भी फैसला लिया जा सकता है। आज कांग्रेस ने 12 मंडलों की समीक्षा बैठक बुलाई है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर होने वाली बैठक में यूपी विधानसभा चुनाव के हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में सपा के साथ गठबंधन को आगे जारी रखने या न रखने पर भी फैसला हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन अब टूट की कगार पर पहुंच चुका है। कांग्रेस ने कल दिल्ली में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के अध्यक्षों के साथ पार्टी ने समीक्षा बैठक बाद आम सहमति बनायी है कि गठबंधन में नहीं जाना चाहिए। गठबंधन पर आखिरी फैसला दोनों पार्टियों का राष्ट्रीय स्तर करेगा अब देखना होगा कि आज लखनऊ में होने वाली बैठक के बाद क्या कुछ निकलकर सामने आता है।
विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने 298 तथा कांग्रेस ने 105 सीट पर प्रत्याशी उतारे थे। इस करार के बाद भी दो दर्जन से अधिक सीट पर दोनों पार्टी के प्रत्याशी आमने-सामने थे। समाजवादी पार्टी ने 298 में 47 तथा कांगेस ने 105 में सात सीट पर जीत दर्ज की।