लखनऊ.यहां लखनऊ मेल की बोगियां गुरुवार रात इंजन से अलग होकर करीब एक किलोमीटर तक पटरी पर लुढ़कती रहीं। बोगियों की टक्कर इंजन से न हो जाए इस आशंका में ड्राइवर इंजन को लेकर आगे निकल गया। बोगियों के रुकने के बाद इंजन को बैक किया गया और डिब्बों से जोड़कर ट्रेन को रवाना किया गया।
कप्लर खुलने से अलग हुई बोगियां
– लखनऊ मेल गुरुवार रात 10:15 बजे चारबाग स्टेशन से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन आलमनगर के होम सिग्नल पर 10:37 बजे करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पहुंच रही थी।
– होम सिग्नल से उसे आगे का आउटर सिग्नल ग्रीन मिला तो ड्राइवर ने ट्रेन की गति बढ़ा दी। इस बीच, इलेक्ट्रिक इंजन और लखनऊ मेल की पहली बोगी के बीच लगा सीवीसी कपलर खुल गया।
– लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) रैक वाली बोगियां इंजन से अलग होते ही तेजी से लुढ़कने लगीं। इसे देखते ही ड्राइवर ने इंजन रोकने के बजाय उसकी स्पीड और बढ़ा दी। उसने ऐसा इसलिए किया ताकि इंजन को इमरजेंसी ब्रेक से रोकने पर पीछे आ रहीं बोगियों की उससे टक्कर न हों।
रेलवे ने दिए मामले में जांच के आदेश
– जब बोगियां आलमनगर स्टेशन पार कर रुक गईं तब इंजन को वापस लाया गया और उसे 11:45 बजे बोगियों से जोड़ा गया।
– इसके बाद ट्रेन 10:54 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। रेलवे ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
– वहीं, यात्रियों का कहना था कि जब कप्लर अलग हुआ, उसके कुछ सेकंड बाद ही उन्हें बोगियों की रफ्तार कम होने का अहसास हुआ। जब बाहर देखा तो बोगी रुकती दिखी।