लखनऊ: अमीनाबाद के हाथीखाना प्राथमिक विद्यालय के पास लगे चार ट्रांसफॉर्मरों में आग लग जाने से हड़कंप मच गया। दो घंटे में चार ट्रांसफॉर्मर जलकर पूरी तरह से पिघल गए। पचास फीट तक उठी लपटों ने आसपास रहने वालों के दरवाजों व पानी की टंकियों तक को पिघला दिया। सुबह तक यहां अफरा-तफरी का महौल रहा। इस दौरान दमकल की गाड़ियां भी घटना स्थल तक नहीं पहुंच सकीं। किसी तरह पाइप जोड़कर आग सुबह चार बजे के बाद बुझाई जा सकी। वहीं मंगलवार रात पौने तीन बजे गई बिजली बुधवार रात दस बजे तक चालू नहीं हो सकी। घटना से लेसा को करीब दस लाख का नुकसान हुआ है।
अभियंताओं के मुताबिक ट्रांसफॉर्मर के पास में लगा फ्यूज उड़ गया था, जिसकी चिंगारी ने पास में पड़े कूड़े को बड़ी आग में तब्दील कर दिया। देर रात होने के कारण मुहल्ले में सभी सो रहे थे, तभी आग की लपटों ने प्राथमिक विद्यालय गेट के बाहर लगे 990 केवीए, 630 केवीए, और 400 केवीए के दो ट्रांसफॉर्मर में आग पकड़ ली। इससे हाथीखाना व आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने लेसा में फोन किया, जो काफी देर बाद उठा। तब सप्लाई बंद करवाकर पानी की बौछार डालकर आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश की गई, लेकिन विफल रहे। फिर मिट्टी व केमिकल का इस्तेमाल किया गया, तब जाकर कहीं सुबह चार बजे के करीब आग पर काबू पाया जा सका। वहीं ऊंची लपटें उठने से आसपास रहने वालों के दरवाजे, टीवी व फ्रिज खराब हो गए और पानी की टंकी पिघल गई।
उधर बुधवार सुबह 11 बजे जब ट्रांसफॉर्मर बदलने का काम शुरू हुआ तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिशासी अभियंता राजेश ने पार्षद सतीश साहू की मदद से लोगों को शांत कराकर काम शुरू करवाया। लोग गली से ट्रांसफॉर्मर हटवाने की मांग कर रहे थे।
इन लोगों का हुआ नुकसान
लेसा के मुताबिक गीता कश्यप, गोपाल राजपूत और दीपू राजपूत का नुकसान हुआ है। आग की लपटों से इनके दरवाजे, खिड़कियां, पानी की टंकी जल गई। लेसा विद्युत सुरक्षा निदेशालय को इसका ब्योरा भेजेगा। उधर, आग की लपटों से अंकित यादव की पीठ पर चिंगारी गिरने से छाले पड़ गए। अजय साहू के तीन मंजिला घर की खिड़की जल गई।
इन इलाकों में नहीं आ रही बिजली
अमीनाबाद उपकेंद्र के अंतर्गत हाथीखाना, रथखाना, रस्सी बटान, चरस मंडी, भूसामंडी, गोयनका टोला, फतेहगंज, नाला फतेहगंज, हरिनगर, दुगावा सहित मौलवीगंज में रात 10 बजे तक बिजली नहीं आई थी।