लखनऊ. राजधानी के एमसी सक्सेना कालेज पर दिल्ली स्थित एम्स के इंट्रेंस टेस्ट का पेपर लीक करना का आरोप लगा है। ये आरोप मध्य प्रदेश में व्यापंम घोटाले को एक्सपोज करने वाले डॉ. आनंद राय ने लगाया है। राय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
ये है पूरा मामला…
– दिल्ली स्थित एम्स में एडमिशन के लिए देश भर में एक साथ 28 मई को ऑनलाइन एंट्रेंस एग्जाम ऑर्गनाइज किए गए थे। लखनऊ के एमसी सक्सेना कालेज को भी इंट्रेंस टेस्ट के लिए सेंटर बनाया गया था। आनंद राय के मुताबिक उन्हें लखनऊ के कुछ स्टूडेंट्स और सोर्सेज से इंट्रेंस टेस्ट के क्वेश्चन पेपर के स्क्रीनशॉट प्राप्त हुए है।
– उन्हें क्वेश्चन पेपर के स्नेपशॉट्स भेजने वाले सूत्र ने बताया कि ये पेपर एमसी सक्सेना कालेज से मिला है। जिससे ये साफ़ हो जाता है कि लखनऊ के एमसी सक्सेना कॉलेज से ऑनलाइन एग्जाम के दौरान क्वेश्चन पेपर लीक हुआ था। उन्होंने ट्वीटर पर क्वेश्चन पेपर के कुछ स्नेपशाट्स भी जारी किए है।
– इसके बाद मामले को गंभीर बताते हुए एम्स एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर हेल्थ मिनिस्ट्री और पीएमओ से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
एमसी सक्सेना कालेज का पक्ष
– एमसी सक्सेना कालेज के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर, डॉ. आरएम श्रीवास्तव के मुताबिक प्रथम दृष्टया ट्वीट में जिस कंप्यूटर से पर्चा लीक करने का आरोप लगाया गया है। वह देखने से काफी पुराने मॉडल का कंप्यूटर लग रहा है। इस तरह का एक भी कंप्यूटर हमारे कालेज में नहीं है।
– दूसरी बात एग्जाम में चेकिंग से लेकर देख-रेख का जिम्मा टाटा कंसल्टेंसी को दिया गया था। ये जिम्मेदारी टाटा वालों की है किस तरह के लोगों को वे एग्जाम में शामिल होने दे रहे है। इसका कॉलेज से कुछ भी लेना देना नहीं है।