उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने 10 बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित करने की तारीख का ऐलान कर दिया है। बोर्ड की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार परीक्षा के नतीजे 9 जून यानि आज जारी किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश बोर्ड सचिव शैल यादव ने बताया कि परीक्षा के रिजल्ट आज घोषित किए जाने हैं। परीक्षा के नतीजे घोषित होने के साथ ही करीब 34 लाख उम्मीदवारों का इंतजार भी खत्म हो जाएगा। बताया जा रहा है कि परीक्षा के रिजल्ट दोपहर 12 बजे के करीब जारी किए जाएंगे और नतीजे घोषित होने के बाद उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के साथ साथ अन्य रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर भी अपना रिजल्ट देख सकते हैं। बता दें कि दोनों परीक्षाओं के नतीजे एक साथ जारी किए जाएंगे और आज करीब 60 लाख उम्मीदवार अपने नतीजे देखेंगे।
UP Board 10th Result 2017 से जुड़ी हर अपडेट-
– वहीं आंकड़ों पर नजर डालें तो जब भी प्रदेश में बीजेपी की सरकार आई है, बोर्ड का पास प्रतिशत कम रहता है। ऐसा राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह की सरकार में भी था। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि इस बार भी परीक्षा के नतीजों में गिरावट आ सकती है।
– पिछले 10 साल में में यूपी बोर्ड 10वीं का रिजल्ट 2008 में सबसे कम 40 फीसदी रहा जबकि सबसे ज्यादा 2016 में 88 फीसदी रहा था।
– इस बार परीक्षा के दौरान 600 से ज्यादा स्कूलों को ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया था। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रदेश के 257 केन्द्रों पर 27 अप्रैल से शुरू होकर 15 दिनों में पूरा हो गया।
– उम्मीदवार एसएमएस के जरिए भी अपना रिजल्ट देख सकते हैं। यूपी 10वीं बोर्ड के परीक्षार्थी एसएमएस से रिजल्ट पाने के लिए UP 10 रोल नंबर लिखकर 56263 पर भेज दें। नतीजे होने के बाद आपके रजिस्टर नंबर पर रिजल्ट भेज दिया जाएगा।
– शिक्षा बोर्ड अपने से संबंधित स्कूलों की सभी कक्षाओं के पाठ्यक्रम तैयार करता है। वहीं बोर्ड सातवीं कक्षा के लिए मध्य विद्यालय परीक्षा, दसवीं कक्षा के लिए उच्च विद्यालय परीक्षा और बारहवीं कक्षा के लिए मध्यवर्ती परीक्षा का आयोजन करता है।
– 10वीं बोर्ड- पिछले साल 10वीं परीक्षा में आजमगढ़ का रिजल्ट सबसे ज्यादा रहा था, जहां 95.12 फीसदी उम्मीदवार पास हुए थे। वहीं बांदा में सबसे कम 70.84 फीसदी बच्चे पास हुए थे।
– बोर्ड छात्रों को अपने नियमों के आधार पर आंसरशीट की पुनर्मूल्यांकन, वैराफिकेशन की अनुमति दे सकता है। रिजल्ट आने के बाद उम्मीदवारों को परीक्षा की अधिसूचना का इंतजार करना होगा।
– 10वीं बोर्ड- पिछले साल 2015 के मुकाबले रिजल्ट ज्यादा रहा था।
– बताया जा रहा है कि इस बार 90 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की कॉपियों को दो बार जांचने का आदेश भी दिया गया था।
– रिपोर्ट्स के अनुसार इस साल नकल पर रोक लगाने के साथ साथ परीक्षा में काफी सख्ती हुई है और कॉपियों की जांच के लिए भी अलग से निर्देश जारी किए गए थे। बोर्ड की सख्ती के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार पास प्रतिशत में कमी आ सकती है।
– परीक्षा के नतीजे www.upresults.nic.in और upmsp.nic.in पर जारी किए जाएंगे।
up result, up result 2017, up result 10th result, up board 10th class result UP Board 10th Result 2017 at www.upresults.nic.in
– अपने नतीजे देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और उसके बाद मुख्य पेज पर परीक्षा से जुड़े लिंक पर क्लिक करें। उसके बाद मांगी गई जानकारी भरें और अपना रिजल्ट देख लें।
– वहीं पिछले सालों में 2016 में 87.66, 2015 में 83.74, 2014 में 86.71, 2013 में 86.63 और 2012 में 83.75 बच्चे पास हुए थे।
– पिछले साल 3749977 उम्मीदवारों ने भाग लिया था, जिसमें 2108937 छात्र और 1641040 छात्राएं शामिल है। इस परीक्षा में 87.66 फीसदी उम्मीदवार पास हुए थे।
– वहीं साल 2016 में रायबरेली की सौम्या पटेल ने प्रथम स्थान हासिल किया था।
– पिछले साल बोर्ड ने मई में ही परीक्षा के नतीजों का ऐलान कर दिया था।
– पिछले साल बोर्ड ने 18 फरवरी से 9 मार्च के बीच परीक्षा का आयोजन किया था, जो कि 11580 परीक्षा केंद्रों पर करवाई गई थी। उसके बाद 15 मई 2016 को नतीजे जारी किए गए थे।
– इस परीक्षा में 34 लाख विद्यार्थियों ने भाग लिया था और सभी उम्मीदवार परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।
– इस बार बोर्ड ने 16 मार्च से 1 अप्रैल के बीच परीक्षा का आयोजन किया था, जिसकी तारीख चुनावों की वजह से आगे बढ़ा दी गई थी।
– इस बार विधानसभा चुनावों के चलते परीक्षा का आयोजन देरी से किया गया था। बोर्ड ने पहले जल्दी परीक्षा करवाने का फैसला किया था, लेकिन निर्वाचन आयोग ने बोर्ड की ओर से जारी की गई डेटशीट पर रोक लगा दी थी।
– परीक्षा का आयोजन देरी होने के बाद से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि परीक्षा के नतीजे देरी से जारी किए जाएंगे और बताया जा रहा था कि नतीजे जून के मध्य में जारी किए जाएंगे, लेकिन बोर्ड ने पहले ही नतीजे घोषित करने का फैसला किया।
– इस बार प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री पूरी स्थिति को देख रहे थे और उन्होंने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए थे, जिससे परीक्षार्थी और अभिवावक नकल आदि की शिकायत कर सके।