बहराइच.कर्नाटक कैडर के आईएएस अनुराग तिवारी की बीते बुधवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उनकी बॉडी लखनऊ के हजरतगंज में मीराबाई गेस्ट हाउस के पास सड़क पर मिली थी। गुरुवार को उनका शव जैसे ही पैतृक घर बहराइच पहुंचा, परिजनों में कोहराम मच गया। हर किसी के आंखों में आंसू भर आए। दोपहर बाद अंतिम संस्कार किया गया। आगे पढ़िए शव से लिपटकर मां बोली- बेटा तू मुझको भी अपने साथ ले चल…
-अनुराग तिवारी का शव जैसे ही घर पहुंचा, मां उनके शव से लिपटकर फफक-फफककर रो पड़ी। कहने लगीं- बेटा तू मुुझको भी अपने साथ ले चल। परिजनों को काफी समझाने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
-इस दौरान डीएम अजयदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक सुनील सक्सेना, नगर क्षेत्राधिकारी समेत कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
ये है पूरा मामला
– एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, “बुधवार की सुबह 6:40 बजे मीरा गेस्ट हाउस से 50 मीटर की दूरी पर एक शख्स की बॉडी पड़े होने की इन्फॉर्मेशन मिली। मौके से मिले आई कार्ड से पता चला कि बॉडी आईएएस अनुराग तिवारी की है।”
– सिविल हॉस्पिटल के चीफ सुपरिटेंडेंट आशुतोष दुबे ने कहा, T I A अटैक होता है, जो किसी भी व्यक्ति को चलते-चलते अचानक पड़ जाता है। इस अटैक में आदमी का दिमागी संतुलन खो जाता है औए वह शोक में चला जाता है। उस समय अगर वह किसी भी स्थान पर गिरता है ताे उसके शरीर मे चोट आती है। हो सकता है कि अनुराग के साथ भी ऐसा हुआ हो। उनकी ठुड्डी पर चोट आई है।’
मसूरी से ट्रेनिंग कर लौटे थे अनुराग
– मसूरी में आईएएस ऑफिसर्स की ट्रेनिंग चल रही है। अनुराग भी उसमें हिस्सा लेने गए थे। छुट्टी मिलने के बाद वे लखनऊ में अपने बैचमेट प्रभु नारायण के यहां रुके थे।
– अनुराग ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। फिलहाल, वो बेंगलुरु में फूड सिविल सप्लाइज एंड कन्ज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट में कमिश्नर थे।
पिता ने लगाया हत्या का आरोप
– अनुराग के पिता बीएन तिवारी बहराइच के एक डिग्री कॉलेज से लेक्चरर की पोस्ट से रिटायर हुए हैं। मां सुशीला तिवारी हाउसवाइफ हैं। दो भाई आलोक और मयंक इंजीनियर हैं।
– घटना के बाद अनुराग के पिता ने कहा, ”मेरा बेटा बहुत ही ईमानदार अफसर था। इस वजह से उसके सीनियर उससे जलन रखते थे। मेरे बेटे की हत्या की गई है।”
– अनुराग की शादी 2008 में कानपुर में तैनात एसडीएम की बेटी अनुरिया से हुई थी, जो बैंक में जॉब करती हैं। शादी के 2 महीने बाद ही अनुराग की पत्नी उन्हें छोड़कर चली गईं। मार्च 2017 में कोर्ट में दाेनों का तलाक हो गया। बताया जा रहा है कि इसके बाद से अनुराग काफी टेंशन में रहने लगे थे।
यूपी कैडर में चाहते थे प्रतिनियुक्त
– अनुराग के एक बैचमैट ने बताया कि अनुराग कुछ साल यूपी में रहना चाहता था। वह यूपी कैडर में प्रतिनियुक्ति पर आना चाहता था। इसके लिए वह कोशिश भी कर रहा था।
– अनुराग ने कर्नाटक में फूड डिपार्टमेंट में 100 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा किया था, जिसके बाद से उसे धमकियां मिल रही थीं।