केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल फेज वन में हरदोई के मरीज की पत्नी से गैंगरेप के आरोपी निजी कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड शिवकुमार और संतोष को शुक्रवार दोपहर जेल भेज दिया गया। तीसरे आरोपी लिफ्टमैन विनय का सुराग नहीं मिल सका है।
उधर, पीड़िता के मेडिकल के चलते शुक्रवार को उसके बयान दर्ज नहीं किए जा सके। इंस्पेक्टर आईपी सिंह ने बताया कि पीड़िता के बयान शनिवार को लिए जाएंगे।
सीओ चौक राधेश्याम राय ने बताया कि गैंगरेप के तीसरे आरोपी विनय की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं।
पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर ही विनय के अलीगंज स्थित घर पर दबिश दी लेकिन, वह नहीं मिला। उसके परिवारीजनों को पूछताछ के लिए कोतवाली ले आया गया था। पुलिस की दो टीमें विनय की तलाश में लगाई गई हैं।
खाना खिलाने के बहाने ले गया था और किया गैंगरेप
गौरतलब है कि केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल फेज वन में हरदोई से उपचार कराने आए न्यूरो के मरीज की पत्नी को बुधवार रात सरफराजगंज निवासी सिक्योरिटी गार्ड शिवकुमार बड़े मंगल के भंडारे का प्रसाद व खाना खिलाने के बहाने चौथे फ्लोर पर स्थित लिफ्ट मशीन कक्ष ले गया था, जहां उसका साथी सिक्योरिटी गार्ड संतोष और लिफ्टमैन विनय पहले से मौजूद थे।
तीनों ने महिला को बंधक बनाकर गैंगरेप किया। करीब चार घंटे तक पीड़िता से दरिंदगी की। रात करीब डेढ़ बजे मौका लगने पर वह कमरे से निकल भागी और रोते-पीटते हुए पति को आपबीती सुनाई।
दंपती ने पुलिस से शिकायत करने का फैसला किया। इसके बाद आरोपियों ने उसे 50 हजार रुपये का लालच देकर मुंह बंद रखने की धमकी दी।
हालांकि, बृहस्पतिवार सुबह पीड़ित दंपती चौक कोतवाली पहुंचे और तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने शिवकुमार और संतोष को गिरफ्तार कर लिया था जबकि विनय फरार है।