लखनऊ. पेट्रोल पंप में चिप लगाने के मास्टरमाइंड राजेंद्र की बताई गई 4 जगहों पर रविवार को एसटीएफ ने छापेमारी की। इस दौरान दो और पेट्रोल पंप सीज किए गए। इस तरह अब तक 11 पेट्रोल पंप सीज किया जा चुका है। फिलहाल पुलिस पेट्रोल पंपों में डिवाइस लगाने वाले गिरोह के दो अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों चिनहट में छिपे हैं, जिन्हें जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। बता दें, राजेंद्र 8 दिन के लिए यूपी एसटीएफ की रिमांड पर है। आगे पढ़िए पूरा मामला…
रिमांड के फर्स्ट डे हुई ये कार्रवाई
-रविवार सुबह 9 बजे एसटीएफ की टीम के साथ हसनगंज पुलिस लखनऊ जेल पहुंची। एक घंटे के सफर के बाद राजेंद्र को लेकर जेल से हसनगंज कोतवाली पहुंचे। फिर दोनों टीमों ने राजेंद्र से पूछताछ शुरू की।
-इस दौरान एसटीएफ के एएसपी अरविन्द चतुर्वेदी ने राजेंद्र से उन पेट्रोल पंप के बारे में जानकारी की, जिसमें चिप लगे हैं। 4 घंटे की पूछताछ के बाद 4 टीमें अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी के लिए निकल पड़ी।
सबसे पहले बीकेटी पहुंची टीम
-अरविन्द चतुर्वेदी के नेतृत्व में सबसे पहले एक टीम बीकेटी के पेट्रोल पंप पर पहुंची। ये पेट्रोल पंप यूपी पेट्रोल एसोसिशन के प्रदेश अध्यक्ष बीएन शुक्ला का तीसरा पेट्रोल पंप था। इसके पहले इसका दो पेट्रोल पंप बख्शी का तालाब के छठा मील रोड पर सीज किया जा चुका है।
-यहां इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर छापेमारी में मशीन में घटतौली की चिप मिली, जो रिमोर्ट से संचालित किया जा रहा था। इसके बाद पेट्रोल पंप को सीज कर दिया गया।
चौक में भी पंप हुआ सीज, टंकी पर छुपाया था 3 रिमोट
-मास्टरमाइंड राजेंद्र के साथ चौक के कोनेशवर चौराहे के आगे पड़ने वाले बाबा अय्यूब फहरुखी के पेट्रोल पर छापेमारी की गई। पंप का मैनेजर हरिकिशन सारा काम देखता था। एसटीएफ ने मैनेजर को हिरासत में लेकर रिमोट के बारे में पूछा तो वह सहम गया।
-कड़ाई से पूछताछ के बाद छत पर ले जाकर हरिकिशन ने 3 रिमोट एसटीएफ को सौंप दिए। एसटीएफ ने मैनेजर समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया है।
-यहां जब एसटीएफ ने रिमोट ऑन व ऑफ कर पेट्रोल टंकियों से 5 लीटर पेट्रोल मापा तो 5 लीटर में करीब साव 2 सौ मिली लीटर की घटतौली पकड़ी गई।
-हरिकिशन ने बताया कि पंपों पर कई साल पहले यह डिवाइस लगी थी। पुलिस ने राजेंद्र के सहारे मशीनों से कई चिप बरामद किए, जिसके बाद पेट्रोल पंप सील कर दिया गया।
कार्रवाई के डर से उखाड़ दी मशीन
-वहीं, बेवमाल के बगल में सीज हुए पेट्रोल पंप की मशीनें उखड़ी हुई पाई गई। बताया जा रहा है कि पंप मालिक ने एसटीएफ की कार्रवाई की डर से ऐसा किया है। ये भी बताया जा रहा है कि माप तौल विभाग ने दो दिन के अंदर ही मेनटेनेंस करवाने की परमिशन दे दी।
-इसके अलावा केकेसी कॉलेज के पास पेट्रोल पंप की भी जांच की गई, जिसमें कई गड़बड़ियां पाई गईं। यहां मशीन की 24 घंटे पहले रिपेयरिंग करने की बात सामने आई है और स्टाफ रजिस्टर भी गलत पाया गया।