New revelations in the attack on a man who is licking in Gonda,
CCTV footage filed after tampering with clinical trial
उत्तर प्रदेश के गोण्डा जनपद में 20 नवम्बर की रात हुए मारपीट के मामले में नया मोड़ सामने आया है। गोण्डा जिला अस्पताल के सामने हुए मारपीट के मामले में सुहैल अहमद पुत्र जैनुल्लाब्दीन की कुछ युवकों से पुरानी रंजिश को लेकर कहासुनी के बाद मारपीट हो गयी थी, जिसमें सुहैल द्वारा कुछ व्यक्तियों पर एफ.आई.आर दर्ज करवाई गई थी। काफी छानबीन के बाद सूत्रों द्वारा यह ज्ञात हुआ कि उक्त मामले में हुए चिकित्सीय परीक्षण के वायरल फुटेज में डॉक्टरों द्वारा सांठ-गांठ करके लापरवाही से मेडिकल किया जा रहा है। उक्त सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा कि किस प्रकार सुहैल अहमद घटना के उपरांत प्रथम बार 20 नवम्बर 2020 ,शाम 6 बजकर 04 मिनट पर अस्पताल में कुछ लोगों द्वारा लाया जाता है जिसमे वह खुद ही बेड पर लेट रहा उसके बाद उसको कुछ समय बाद अस्पताल परिसर से बाहर ले जाया गया पुनः 2 घण्टे बाद फिर वह कुछ व्यक्तियों द्वारा अस्पताल में पट्टी बांधकर पंहुचता है। उक्त मेडिकल में डॉक्टरों द्वारा सुहैल अहमद को अचेत अवस्था में दिखाया गया है,जबकि सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि वो चेतन अवस्था में है और बकायदा स्वयं बयान दे रहा है।
बताते चलें कि सुहैल अहमद की छवि भी दागदार रही है,उसका खुद का आपराधिक रिकार्ड रहा है, उसके ऊपर अपहरण और बलात्कार के आरोप भी लगे है और उनसे संबंधित मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन भी है। इतना ही नही बल्कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर हुए आतंकी हमले को महिमामण्डित करने के लिए इस सख्स ने अपनी गाड़ियों का नम्बर 2611 रखा है। इस व्यक्ति पर पूर्व में भी ठगी और फर्जीवाड़े से गाड़ी खरीदने का आरोप लगता रहा है। अब जबकि इस मामले में पुलिस विवेचना कर छानबीन कर रही है, तो कुछ स्थानीय पूर्व बसपाई विपक्षी नेताओं द्वारा राजनीतिक रूप दिया जा रहा है और वर्तमान सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। एफ.आई.आर में दर्ज सारे अभियुक्तों का एक ही जाति समुदाय से होना भी संयोग नही है, कहीं न कहीं इन्ही बातों का फायदा उठाकर सूबे के मुख्यमंत्री व शाशन प्रशाशन को बदनाम करने का पूरा कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।