एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना ने उत्तर प्रदेश के दो लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को हारता देख जले पर नमक छिड़का है। शिवसेना की तरफ से कहा गया है कि राम की निंदा करने वाले बीजेपी ने अपनाया इसी के चलते ऐसे परिणाम आ रहे हैं। बता दें कि खबर लिखे जाने तक फूलपुर में जहां सपा के नागेंद्र पटेल मतगणना के 16वें राउंड के बाद 27,327 वोटों से आगे चल रहे हैं वहीं गोरखपुर में भी समाजवादी पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला से वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। इस उपचुनाव में 25 साल बाद पहली बार बसपा और सपा एक साथ नजर आए। इस बार बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने का खुला ऐलान कर सबको चौंका दिया था।
फूलपुर में सपा प्रत्याशी के भारी बढ़त बनाने के बाद मतगणना केंद्र के बाहर दोनों ही दलों के कार्यकर्ता एक साथ नजर आए। सपा की लाल टोपी लगाए कार्यकर्ताओं ने जहां मायावती जिंदाबाद के नारे लगाएं तो वहीं हाथों में बसपा का झंडा थामे कार्यकर्ता समाजवाद की जयकार करते दिखे। इन कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव के नतीजे देख एक नया नारा दिया। ये नया नारा था- बुआ भतीजा जिंदाबाद।
मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में मायवती और अखिलेश के साथ आने को इन उपचुनाव के नतीजों से जोड़ कर देख रहै हैं। हालांकि शिवसेना प्रवक्ता औऱ सांसद संजय राउत इस बीजेपी की हार में सपा-बसपा गठबंधन को बड़ा फैक्टर नहीं मानते। संजय राउत ने नरेश अग्रवाल को बीजेपी में लेने को लेकर उनकी चुटकी ली है। उन्होंने कहा, ‘मैं ये नहीं मानता कि एसपी-बीएसपी गठबंधन ने काम किया है। मैं यह मानता हूं कि प्रभु श्री राम की सबसे ज्यादा निंदा करने वाले नेता के लिए आपने जिस दिन रेड कार्पेट डाला उसी दिन प्रभु श्रीराम भी आपके खिलाफ हो गए।’