कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने योगी सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर मनाए जा रहे जश्न को जनता के जले पर नमक बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। प्रदेश की जनता गोरखपुर व फूलपुर के उपचुनाव में अपना फैसला सुना चुकी है। इसके बाद सरकार को जश्न मनाने का औचित्य नहीं रह गया है।
सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित है। किसान, गरीब, मजदूर और युवा वर्ग में भारी निराशा है। सरकार जनसमस्याओं का समाधान कराने के बजाए पीडि़तों पर लाठियां बरसा रही है। सबसे अधिक अत्याचार दलितों व महिलाओं पर हो रहे है। खुद सरकार के कैबिनेट मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री को कठघरे में खड़ा किया है। इस पर सरकार की खामोशी खामियों की मौन स्वीकृति मानी जा रही है।
विफलताओं की समीक्षा हो : रालोद
राष्ट्रीय लोकदल ने योगी सरकार की वर्षगांठ पर जश्न को फरेब बताते हुए कहा कि नाकाम रही सरकार को अपनी विफलताओं की भी समीक्षा करनी चाहिए। मीडिया प्रभारी अनिल दुबे ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बदत्तर हो गई है, किसानों को शोषण बढ़ा और युवाओं को रोजगार नहीं मिल सका। स्वास्थ्य, शिक्षा व विकास का ढांचा चरमरा गया है। उपचुनाव नतीजों के जरिये जनता ने मुख्यमंत्री को आईना दिखा दिया। ऐसे में योगी सरकार को अहंकार छोड़ कर जनता के भले की सोचना चाहिए वरना सबक सीखने के लिए तैयार रहें।