दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी केशव महाराज टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखा रहे हैं। सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में केशव महाराज ने इतिहास का 105 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। मैच में टीम ने पहली बार अपने एकमात्र स्पिनर केशव से पारी की शुरुआत कराई। केशव से पहले स्पिनर ऑबरे फॉकनर ने 1912 में पारी की शुरुआत की थी। केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका के लिए 16 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, जिनमें उन्होंने 25 की औसत से 56 विकेट लिए। केशव महाराज अपनी टीम के लिए शानदार खेल रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका का यह खिलाड़ी भारतीय मूल का है।
केशव के पूर्वज उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ताल्लुक रखते थे। क्रिकटैकर के अनुसार, केशव के पिता आत्मानंद महाराज ने बताया था कि उनके पूर्वज सन् 1874 में सुल्तानपुर से डरबन आ गए थे। वो वह दौर था, जब भारतीय लोग अच्छा जीवन जीने और काम की तलाश में दक्षिण अफ्रीका का रुख कर रहे थे। आत्मानंद महाराज ने खुलासा किया कि उस समय दक्षिण अफ्रीका में बहुत से अवसर थे, जो कि कृषि सेक्टर के अनुभव और अन्य काम को करने में मददगार थे।
आत्मानंद महाराज ने मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में कहा “दक्षिण अफ्रीका को अच्छी स्किल वाले मजदूरों की जरूरत थी और भारतीयों के पास अच्छा कृषि का अनुभव था और वे अन्य कामों में भी निपुण थे, जिन्होंने देश के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया था। हम अपने परिवार की पांचवी या छठी पीढ़ी हैं। महाराज उपनाम मेरे पूर्वजों का था जिसे अपना उपनाम रखना हमारी अपनी इच्छा थी। हम जानते हैं कि भारत में नाम का क्या महत्व है।” बता दें कि केशव के परिवार में चार सदस्य हैं। केशव के मां-पिता और एक बहन, जिसकी श्रीलंका के ही रहने वाले एक व्यक्ति से शादी हुई है।