The student’s future is being messed up by Teachers.
फतेहपुर।
फतेहपुर जनपद के विकासखंड खजुहा के भवानीपुर कस्बे में एक ही विद्यालय में दो विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। परंतु अलग-अलग नामों से दोनों विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं कि विद्यालय में – “आंख उठाकर न देखना” बचपन मे ग्रामीण क्षेत्र मे इस चर्चित लोकोक्ति को सुनकर उसका भावार्थ समझ से उपर था। परन्तु बचपन मे सुनी इस लोकोक्ति ” आंख उठाकर न देखना ” का असली अर्थ भवानीपुर कस्बे में संचालित हो रहे कर्म क्षेत्र पूर्व माध्यमिक विद्यालय भवानीपुर व आदर्श बाल विद्या मंदिर दोनों विद्यालय एक विद्यालय मे संचालित किए जा रहे हैं । विद्यालय की वर्तमान स्थिति देख कर बखूबी से समझ मे आता है। विकासखंड खजुआ के शिक्षा अधिकारी व फतेहपुर जनपद के शिक्षा अधिकारी क्या इस विद्यालय को नहीं देखा। या इस विद्यालय को देखकर कर दिया नजरअंदाज। विद्यालय में छात्र छात्राओं की जिंदगी से किया जा रहा है खिलवाड़। क्या यहीं है सरकार का एजेंडा सब पढ़े सब बढ़े। विद्यालय केे प्रधानाचार्य छात्रों के भविष्यय खिलवाड़ कर क्या मिल रहा है। क्यों आम जनमानस के बच्चों के भविष्य के साथ कर रहे हैं। खिलवाड़। क्या आम जनमानस के बच्चों को अपने बच्चे की नजर से नहीं देख सकते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय का सुलभ शौचालय एवं लघुशंका जंगल में बना हुआ है । जिससे कि विद्यालय के छात्र-छात्राओं को सुलभ शौचालय एवं लघुशंका जाने के लिए विद्यालय के पीछे स्थित आम के बगीचे में खुले में जाना पड़ता है। क्या सरकार का यही है एजेंडा भारत स्वच्छ अभियान सरकार के एजेंडा फेल साबित होता हुआ नजर आ रहा है। क्या इन अधिकारियों के कानों में अभी तक नहीं रेंगी जू। सरकारी कर्मचारी कानून की उड़ाई जा रहे हैं धज्जियां। विद्यालय के प्रधानाचार्य के खिलाफ कब होगी कड़ी कार्रवाई। या सरकारी कर्मचारी कर देंगे नजरअंदाज। क्या सरकारी कर्मचारी सरकार की योजनाओं का पलीता लगाने के काम कर रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य के खिलाफ कब होगी कड़ी कार्यवाही।
Sandip Kumar (Fatehpur)