हिंदू रिवाज के तहत अगर किसी व्यक्ति का निधन होता है तो उसे अंतिम विदाई देने के लिए पूजा करवाई जाती है। उसकी आत्मा की शांति के लिए हवन और लोगों को भोजन करवाया जाता है। किसी इंसान के निधन पर ये सारे रीति-रिवाजों का पालन करना बहुत आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी जानवर या पक्षी के मृत्यू पर उसका अंतिम संस्कार इस तरीके से किया गया हो। जाहिर सी बात है आपने ऐसा नहीं सुना होगा, लेकिन आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में एक ऐसा शख्स है जिसने अपने पालतू तोते के निधन पर हिंदू रीति के मुताबिक उसका अंतिम संस्कार करवाया है।
यूपी के अमरोहा में एक व्यक्ति ने अपने पालतू तोते के निधन पर उसकी आत्मा की शांति के लिए हवन करवाया और लोगों को भोजन भी करवाया। पूरे रीति-रिवाजों का पालन करते हुए अमरोहा के इस शख्स ने अपने तोते का अंतिम संस्कार किया है।
खबर के मुताबिक अमरोहा के हसनपुर के रहने वाले पंकज कुमार मित्तल पेशे से शिक्षक हैं। उन्होंने पांच साल पहले एक तोता पाला था, जिसका 5 मार्च के दिन निधन हो गया था। मित्तल का कहना है, ‘जब मैंने उसे पाला था तब उसकी हालत बहुत नाजुक थी, उसके पैर में चोट लगी थी जिसकी वजह से वह उड़ नहीं सकता था। वह चील के हमले से घायल था। हमने उसकी पट्टी की, उसे ठीक किया। मैंने अपने बेटे से भी ज्यादा प्यार तोते को दिया था।’ मित्तल परिवार ने गंगा घाट जाकर तोते की अस्थियों का विसर्जन किया। परिवार ने लोगों को तोते के अंतिम संस्कार के भोजन में आमंत्रित करने के लिए बकायदा कार्ड छपवाए। पंडित को बुलाकर यज्ञ भी करवाया गया। अपने तोते के निधन से मित्तल परिवार बेहद दुखी है। पिछले पांच सालों से तोता उनके परिवार के सदस्य की तरह रह रहा था।