उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री आवास एवं विधानसभा सचिवालय में सिविल कार्यों के लिए कुल 10 करोड़ 25 लाख 96 हजार रुपये स्वीकृत किए हैं। संत वेशधारी मुख्यमंत्री का आवास अब और चमकेगा। शासनादेश के अनुसार, मुख्यमंत्री आवास-5 कालिदास मार्ग में जनता दर्शन हाल के ऊपर एक मीटिंग हाल के निर्माण के लिए 08 करोड़ 76 लाख 39 हजार रुपये मंजूर किए हैं। इसी प्रकार विधानसभा सचिवालय के समस्त कॉरिडोरों में फाल्स सीलिंग लगाए जाने के बाद अग्निशमन संबंधी उपकरण लगाए जाने के लिए 58.62 लाख रुपये एवं एलईडी प्रकाश व्यवस्था एवं विद्युत कार्य के लिए 90.95 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
वहीं दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश में दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर सपा और बसपा में समर्थन की खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों पार्टियों पर तंज कसा है। योगी ने रविवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि ‘कह रहीम कैसे निभे, केर-बेर को संग’। प्रेसवार्ता के दौरान सीएम योगी से जब पूछा गया कि वह यूपी में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की बढ़ रही नजदीकियों को किस रूप में देखते हैं।
इस पर उन्होंने कहा कि ‘कह रहीम कैसे निभे, केर-बेर को संग’। जिस तरह केर और बेर एक साथ नहीं रह सकते, उसी तरह नजदीक आने का प्रदर्शन कर रहे दोनों दलों की दूरियां कम नहीं हो सकतीं। जब उनसे पूछा गया कि इसमें कौन केर है और कौन बेर है तो उन्होंने कहा कि स्टेट गेस्ट हाउस कांड किसने करवाया था। लखनऊ में बने स्मारकों को ध्वस्त करने की चेतावनी कौन दे रहा था। यह साफ है कि दोनों में एक केर है और एक बेर। उन्होंने कहा कि केर और बेर एक साथ नहीं रह सकते।
इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में, खासकर त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के शानदार प्रदर्शन पर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा नेतृत्व को बधाई दी और कहा कि वामपंथ के गढ़ को ध्वस्त करना उनका सपना था, जो अब साकार हो गया। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में भाजपा और गठबंधन को मिली सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बधाई।