कैराना और उसके पड़ोसी जिले शामली में रहने वालों को आतंकित करने और हिंदू “पलायन” का आरोपी मोहम्मद फुरकान को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद शनिवार को गिरफ्तार कर लियाष फुरकान पर 50 हजार का इनाम था। फुरकान के साथ हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक फुरकान, खूंखार गैंग मुकीम काला का सदस्य है। फुरकान पर फिरौती वसूलने और शहर के व्यापारियों पर हमला करने का आरोप है, फुरकान के आतंक और धमकियों से परेशान होकर कई परिवार शहर छोड़कर चले गए। फुरकान के खिलाफ 2 अप्रैल को कैराना के व्यापारियों ने दुकानें भी बंद रखी थी और सरकार से उसे गिरफ्तार करने तथा उचित सुरक्षा प्रदान करने की मांग की थी।
करीब आधे घंटे तक चले एनकाउंटर के बाद फुरकान को कैराना और कांधला के बीच ऊंचा गांव से गिरफ्तार किया। उसके पैर में 4 गोलियां लगी है। हालांकि मुठभेड़ के दौरान उसका एक साथी भागने में सफल रहा। शनिवार को पुलिस एसपी शामली डॉ. अजयपाल शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि शनिवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि शातिर फुरकान जहानपुरा में अपने साथी के यहां आया हुआ है। इस पर पुलिस ने जाल बिछा दिया। लगभग 10.30 बजे पुलिस ने ऊंचागांव के निकट बाइक पर सवार दो लोगों को रुकने का इशारा किया तो दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ में पुलिस ने फुरकान को पकड़ लिया जबकि उसका साथी फरार हो गया है।
पुलिस के मुताबिक अपराधी फुरकान के कब्जे से एक बाइक, एक 9 एमएम की पिस्टल, एक पिस्टल 32 बोर, 54 जिंदा कारतूस, 13 खोखे बरामद किए गए हैं। हाल ही में फुरकान ने स्थानीय सर्राफा व्यापारी से रंगदारी में मांगी थी। जिसके बाद व्यापारियों ने सड़क पर प्रदर्शन किया था और फुरकान को गिरफ्तार करने की मांग की थी।
कैराना में हिंदुओं के पलायन का मुद्दा सबसे पहले उठाने वाले सांसद हुकुम सिंह ने कहा कि ये वही पुलिस है जो कि दोषियों को पकड़ने में नाकाम रहती थी, लेकिन अब मजबूत राजनैतिक इच्छाशक्ति के कारण पुलिस सक्रिया हो गई है। फुरकान को पकड़ने में मिली सफलता के लिए मैं यूपी सरकार और शासन तंत्र का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। उम्मीद करता हूं कि जैसे यहां पर कानून-व्यवस्था सामान्य हो जाएगी, जो लोग यहां से पलायन कर गए हैं वो वापस आ जाएंगे।