वर्ल्ड कप में अपनी दावेदारी पेश करने के लिए क्वालीफायर-2018 में 10 टीमें आपस में भिड़ रही हैं। विश्व कप-2015 के लिए क्वालीफाई करने वाली अफगानिस्तान की टीम इस बार संकट में पड़ गई है। इस टीम ने वर्ल्ड कप क्वालीफायर के पहले तीनों ही मैच गंवा दिए हैं, जिसके चलते इस बार विश्व कप में उनकी दावेदारी कमजोर पड़ गई है। अफगानिस्तान ग्रुप-बी में शामिल है, जिसमें स्कॉटलैंड सभी तीनों मैच जीतकर शीर्ष पर है। वहीं जिम्बाब्वे ने दोनों मैच जीतकर दूसरे पायदान पर कब्जा किया हुआ है। हॉन्ग-कॉन्ग, अफगानिस्तान से ऊपर है। उसने 2 में से 1 मुकाबले अपने पक्ष में किया।
अफगानिस्तान 4 से 25 मार्च तक खेले जाने वाले क्वालीफायर के राउंड रॉबिन में अपना पहला मैच स्कॉटलैंड से 7 विकेट से हारा। इसके बाद दूसरे मुकाबले में उसे जिम्बाब्वे ने 2 रन से हराया। तीसरे मैच में बारिश के चलते डकवर्थ लुईस नियम का इस्तेमाल किया गया और अफगानिस्तान इस मुकाबले को 30 रन से गंवा बैठा।
अब ऐसे में अगर अफगानिस्तान अपना आखिरी मैच जीत भी लेता है, तो भी वो विश्व कप में प्रवेश के उसके चांस कम ही हैं। वहीं ग्रुप बी में स्कॉटलैंड सुपर सिक्स के लिए क्वालीफाई किया। अफगानिस्तान ने आज तक सिर्फ एक ही बार एकदिवसीय विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है।
वर्ल्ड कप क्वालीफायर प्रारूप: इसमें 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें दो ग्रुप में विभाजित किया गया है। पहले सभी टीमें अपने-अपने ग्रुप में चार-चार राउंड रॉबिन लीग मुकाबले खेलेगी। इनमें दोनों ग्रुप की शीर्ष तीन-तीन टीमों को सुपर सिक्स में जगह मिलेगी। सुपर सिक्स में टीमें दूसरे ग्रुप की टीमों से भिड़ेंगी, जिसमें से शीर्ष दो टीमें 2019 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करेंगी। हालांकि इनके बीच टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला भी खेला जाएगा लेकिन इसका असर वर्ल्ड कप की दावेदारी पर नहीं पड़ेगा।