Why is the price of oil is rising today?
@ONGC_ @PetroleumMin @narendramodi
आपको याद ही होगा कि राज्यवार 2014 के लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल और 12 मई के बीच नौ चरणों में हुए थे। वोटों की गिनती 16 मई को हुयी थी। उससे पहले बीजेपी पूरी ताकत के साथ उस समय की केंद्र में UPA के प्रधानमंत्री पर पेट्रोल, घरेलु गैस और सब्जियों के बढ़े दाम के लिए चरों तरफ से हमला किया था. जिस महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी जैसे गंभीर और ज्वलंत मुद्दे को भुनाकर भाजपा केंद्र की सत्ता पर भरी बहुमत से काबिज हुयी थी आज मई 2018 में उसकी साडी हवा निकल गयी है।
अब पाला बदल गया है अब सत्ता भाजपा के पास है और विपक्ष में अन्य दल इस मुद्दे पर हर तरफ बहस चल रही है कि आखिर जनता को कब महंगाई के राक्षस से मुक्ति मिलेगी। सरकार किसी कि भी रही हो साल २०१४ के मार्च महीने की 01 तारीख तक पेट्रोल के दाम रु० ८2.07 और डीज़ल रु० ६५.२१ था यही वो समय था, जब कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के नेतृत्व में डॉ मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री थे, जबकि रिजल्ट १६ मई २०१४ को आना था। अब आज २१ मई २०१८ को पेट्रोल के दाम रु० ८4.4० और डीज़ल रु० ७२.९४ है, जबकि अब भाजपा और उनके सहयोगी दलों के नेतृतव में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री है।
इतने समय अंतराल में पेट्रोल रु० ०2.33(२.84%) और डीजल रु० ७.७३( १1.85%) के दामों में सिर्फ इतनी ही वृद्धि हुयी।
आइये अब कुछ गणित का खेल देखते है जिसको कुछ लोगो ने खेलकर देश की जनता से धोखा किया है।
मार्च २०१४ में क्रूड आयल रु० ६३४३/बैरल(१ us बैरल= १५८.९८७ लीटर) था अर्थात १ लीटर आयल की कीमत ३९.८४ रूपए और उस समय हमारे देशवासियों ८२.०७ रुपये के भाव से तेल ख़रीदा । इसी तरह आज हमारा देश क्रूड आयल र० 7,152.०८/बैरल अर्थात रु० ४४.९६/लीटर है।
अब देखिये कैसे इन मूल्यों की कीमत को कैसे कौन बढ़ाता है-
Components of Petrol Price
Sales VAT -17%
Customs Duty – 4%
Dealer Commission-2%
Excise Duty -25%
Fuel Component-52%
Components of Diesel Price
Excise Duty -13%
Fuel Component-66%
Dealer Commission-2%
Customs Duty – 7%
Sales VAT -12%
ये हमारे देश के भाग्य की विडम्बना ही है कि बस हम कोसते है मगर देश के शीर्ष सत्ता में बैठे लोगों को सोचना चाहिए कि वो देश को कैसे चला रहे है और देश को कहाँ ले जाना चाहते है?