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चीन ने किया खारिज, भारत की भूमिका को, समुद्री लुटेरों से मोर्चा लेने में

चीन ने दावा किया है कि एक दिन पहले अदन की खाड़ी में सोमालियाई समुद्री लुटेरों से लिए गए मोर्चे में भारत की कोई भूमिका नहीं थी. चीन का कहना है कि एक मालवाहक जहाज को समुद्री लुटेरों के चंगुल से छुड़ाने में एक हेलीकॉप्टर से लैस उसकी नौसेना के एक जहाज ने चालक दल के 19 सदस्यों को बचाया.

भारतीय नौसेना की किसी भूमिका को स्वीकार करने से इनकार करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि नौसेना पोत के चीनी हेलीकॉप्टर ने हवाई सहायता मुहैया की.

गौरतलब है कि भारतीय नौसेना ने कहा था कि तुवालु के ध्वज वाले जहाज ओएस 35 में घुसने के लिए चीनी सैनिकों को उसके हेलीकॉप्टर ने आसमान से सुरक्षा (एयर कवर) मुहैया की थी.

चुनयिंग ने कहा कि नौसेना पोत युलीन ने जहाज को घेर लिया जबकि उसके हेलीकॉप्टर ने एयर कवर मुहैया किया. उन्होंने चीनी सैनिकों को भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर से किसी तरह का सहयोग मिलने का जिक्र नहीं किया.

उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि सोमाली जल क्षेत्र में अदन की खाड़ी में सुरक्षा मिशन में शामिल चीनी नौसेना पोत ब्रिटिश समुद्री व्यापार संगठन से आठ अप्रैल को सूचना मिलते ही अगवा जहाज की ओर चल पड़ा था.

प्रवक्ता ने बताया कि बचाव अभियान रविवार को तड़के शुरू किया गया. 16 चीनी सैनिक अगवा जहाज पर चढ़े और इसके चालक दल के सदस्यों को छुड़ा लिया. उन्होंने बताया कि चीनी सैनिकों ने जहाज की व्यापक तलाशी भी ली ताकि उस पर समुद्री लुटेरों की मौजूदगी के बारे में पता चल सके.

अभियान में भारतीय नौसेना की भूमिका का कोई जिक्र नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर हुआ ने कहा कि ब्योरे के लिए चीन के रक्षा मंत्रालय से संपर्क किया जाना चाहिए.

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