तिब्बत के निर्वासित प्रधानमंत्री लोबसांग सांगेय ने शनिवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से तिब्बत मुद्दे को वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का आग्रह किया. उन्होंने यूनेस्को से एक मिशन को तिब्बत के ल्हासा के जोखांग तीर्थस्थल भेजने और यहां कुछ सप्ताह पहले आग लगने की घटना की जांच करने की मांग की. इस घटना में तिब्बत की हजारों कलाकृतियां नष्ट हो गई थी. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री लोबसांग सांगय पहले भी चीन के साथ तिब्बत के मुद्दे पर संवाद शुरू करने की वकालत करते रहे हैं. वहीं चीन कहता रहा है कि उसके तिब्बती अल्पसंख्यक पूरे आनंद के साथ जीवन बिता रहे हैं और उन्हें भरपूर आजादी है.
दलाई लामा और चीनी सरकार के प्रतिनिधियों के बीच हो वार्ता
सांगेय ने तिब्बत के नेशनल अपराइजिंग डे की 59वीं वर्षगांठ के मौके पर एक संदेश में कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने जा रहे हैं. ऐसे में मैं उनसे दलाई लामा और चीनी सरकार के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता के जरिए तिब्बत मुद्दे को शांति से सुलझाने का आग्रह करता हूं. गौरतलब है कि यूनेस्को के वैश्विक धरोहरों की सूची में शामिल जोखांग में 17 फरवरी को भीषण आग लग गई थी, जिसमें कई कीमती कलाकृतियां जलकर राख हो गई थी.