वियतनाम सरकार ने ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन के नागरिकों के लिए वीजा मे छूट जारी रखने का फैसला किया है। वियतनाम नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ टूरिज्म के मुताबिक, इससे पहले वियतनाम ने इन पांचों देशों के लोगों कों एक साल के लिए वीजा में छूट दी थी और इस अवधि को अतिरिक्त एक साल के लिए बढ़ा दिया था। सिन्हुआ के मुताबिक,वियतनाम में 2017 के शुरुआती पांच महीनों में 53 लाख विदेशी पर्यटक आए थे जो 2016 की समान अवधि की तुलना में 29.6 फीसदी अधिक है। देश में इस दौरान 873,400 यूरोपीय सैलानी आए थे। वियतनाम में पांच महीनों के दौरान ब्रिटेन से 126,400 सैलानी आए हैं, फ्रांस से 123,600 और जर्मनी से 94,200 सैलानी आए हैं।
वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने एक नई व्यवस्था दी है जिसके तहत किसी सामान्य कम्प्यूटर प्रोग्रामर को अब विशेषज्ञता-प्राप्त पेशेवर नहीं माना जाएगा जो एच1बी कार्य वीजा के मामले में एक अनिवार्य शर्त रखी है। इस कदम का असर एच1बी कार्य वीजा के लिए आवेदन करने वाले हजारों भारतीयों पर पड़ सकता है। यह व्यवस्था अमेरिका के डेढ़ दशक पुराने दिशानिर्देशों के ठीक उलट हैं जिन्हें नई सहस्राब्दी की जरूरतों को पूरी करने के लिए जारी किया गया था।
अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाओं (यूएससीआईएस) ने कहा है कि प्रवेश के स्तर वाले कम्प्यूटर प्रोग्रामर अब सामान्य तौर पर ‘‘विशिष्ट पेशे’’ की सूची में स्थान नहीं पा सकेंगे। एससीआईएस ने 31 मार्च को एक ज्ञापन जारी करके यह स्प्ष्ट किया है कि अब कौन सी चीजें ‘विशिष्ट पेशे’ के लिए जरूरी हैं।
इस कदम का असर एक अक्टूबर 2017 से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष के लिए एच1बी कार्य वीजा का आवेदन करने वाले हजारों भारतीयों पर पड़ सकता है। इसके लिए प्रक्रिया कल शुरू हो गई है।
यूएससीआईएस पॉलिसी मेमोरैंडम में कहा गया है, कोई व्यक्ति कम्प्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर कार्यरत हो सकता और वह सूचना तकनीक कौशल तथा ज्ञान का इस्तेमाल किसी कंपनी को उसके लक्ष्य को हासिल कराने के लिए कर सकता है लेकिन उसकी नौकरी उसको ‘विशिष्ट पेशे’ के लिए नियुक्त कराने के लिए पर्याप्त नहीं है।