Akshay Venkatesh wins nobel prize
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आपने आजतक बहुत बड़े-बड़े नोबल पुरस्कारों के नाम तो सुने ही होंगे. लेकिन आज हम आपकी लिस्ट में एक ओर नाम शामिल करने वाले हैं. जिन्होंने मैथ्स में नोबल पुरस्कार पा कर देश का सर गर्व से ऊंचा कर दिया. बता दें की स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे नई दिल्ली में जन्मे अक्षय वेंकटेश को गणित विषय में विशिष्ट योगदान के लिए फिल्ड्स मेडल मिला है.
वही, वेंकटेश समेत चार विजेताओं को गणित का विशिष्ट फिल्ड्स मेडल मिला है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गणित के क्षेत्र में इसे नोबल पुरस्कार के समान माना जाता है.वही,लगभग हर चार साल बाद फिल्ड्स मेडल 40 साल से कम उम्र के सबसे उदीयमान गणितज्ञ को दिया जाता है. रिओ डी जेनेरियो में गणितज्ञों की अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस में उनके मेडल के लिए प्रशस्ति में उनके योगदान को रेखांकित किया गया है. तीन अन्य विजेता भी रहे. कैंब्रिज विश्वविद्यालय में इरानी-कुर्द मूल के प्रोफेसर कौचर बिरकर, बॉन विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले जर्मनी के पीटर स्कूल्ज और ईटीएच ज्यूरिख में इतालवी गणितज्ञ एलिसो फिगेली.
इन सभी को 15,000 कनाडाई डॉलर का नकद पुरस्कार दिया गया है. हर बार कम से कम 2 और ज्यादा से ज्यादा 4 लोगों को पुरस्कार से नवाज़ा जाता है. बता दें कि भारत से अक्षय वेंकटेश अक्षय वेंकटेश से पहले फ़ील्ड्स मैडल 2014 में मंजुल भार्गव जीता था.