अफगानिस्तान के हेरात में एक शिया मस्जिद के बाहर बम धमाके की खबर है। अलजजीरा की खबर के मुताबिक धमाके में कथित तौर पर एक शख्स की मौत हो गई और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है दो आत्मघाती हमलावर रविवार (25 मार्च) को पुलिस डिस्ट्रिक्ट 7 स्थित नबी अकरम मस्जिद में घुसने की कोशिश कर रहे थे, तभी सुरक्षाकर्मियों ने उनके खतरनाक मंसूबे भांप लिए। एक आत्मघाती हमलावर सुरक्षाकर्मीयों की गोली से मारा गया लेकिन दूसरे ने खुद को उड़ाकर धमाका कर दिया, जिसकी चपेट में लोग आ गए। खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने सबूत प्रदान किए बिना मीडिया को भेजे एक बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने हमले की जगह की घेराबंदी कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में शिया मुसलमान अल्पसंख्यक माने जाते हैं और अक्सर देश के पूर्वी हिस्से से संचालित होने वाले इस्लामिक स्टेट के सहायक संगठनों के द्वारा धमकाए जाते हैं।
बुधवार (21 मार्च) को भी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी और 18 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। खबर के मुताबिक पुलिस ने जानकारी दी थी कि कार बम का इस्तेमाल कर धमाका किया गया था। आत्मघाती हमला काबुल यूनिवर्सिटी और अली अबाद अस्पताल के पास कार्त-ए-चार इलाके में हुआ था। धमाका उस वक्त हुआ जब यहां लोग पर्शियन नववर्ष के स्वागत के तौर पर नवरोज पर्व का जश्न मना रहे थे।
बता दें कि काबुल में बम धमाकों की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इससे पहले भी जनवरी में यहां जबरदस्त बम धमाका हुआ था, जिसमें 95 लोगों की मौत हो गई थी और 163 लोग घायल हुए थे। तब हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी। यह धमाका मध्य काबुल के सिदारत स्क्वेयर के पास हुआ था। तालिबान ने ही 20 जनवरी को काबुल के एक बड़े होटल पर हमला किया था, जिसमें 14 विदेशियों समेत 20 से ज्यादा लोग मारे गए थे और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।