इलाज के नाम पर महिला मरीजों का यौन शोषण करने के मामले में भारतीय मूल के एक डॉक्टर को ब्रिटेन में 12 सालों के लिए जेल की सजा सुनाई गई है। आरोपी डॉक्टर इस दौरान अपनी मरीजों के अंगों को गलत नीयत से छूता था। चार मरीजों ने उसकी इन्हीं हरकतों से तंग आकर पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद उसके खिलाफ 10 मामले दर्ज किए गए थे। दोषी की पहचान 60 वर्षीय जसवंत राठौर के रूप में हुई है। साल 1985 से वह जनरल प्रैक्टिक्शनर (जीपी) है। वह डुडले के क्लिनिकल कमिश्निंग ग्रुप (सीसीजी) का काम-काज संभालता था। कमर दर्द और बाकी चोटों के इलाज के लिए आने वाली महिला मरीजों को राठौर इस दौरान मैनुअल मैनुपुलेशन थेरेपी में हिस्सा लेने के लिए राजी करता था।
मरीजों को वह कभी गलत इरादे से मसाज करता था तो कभी उनके गुप्तांगों के इर्द-गिर्द हाथ लगाता था। ये सभी घटनाएं उसने पश्चिमी मिडलैंड्स के डुडले शहर स्थित कासल मीडो सर्जरी में साल 2008 से 2015 के बीच अंजाम दी थीं। वॉल्वरहैंप्टन क्राउन कोर्ट में इस बाबत राठौर का नाम सेक्स ऑफेंडर्स की सूची में शामिल किया गया है। कोर्ट में एक पीड़िता ने बताया, “29 सितंबर 2012 को राठौर ने मुझसे ट्रीटमेंट के नाम पर छेड़छाड़ की थी। जांच के दौरान आरोपी ने उसने मेरे शरीर को गलत तरीके से छुआ था।”
यही नहीं, डॉक्टर ने उसी महिला पर दोबारा 25 जून को फिर से शिकार बनाया और गंदी नीयत से उसे मसाज किया था। साल 2014 में भी उसने एक अन्य महिला मरीज के अंग इलाज के बहाने छुए थे। छह घंटे और नौ मिनट चली सुनवाई में राठौर पर आठ यौन हिंसा और दो अन्य मामले दर्ज किए गए थे। अभियोजक हाइडी क्यूबिक ने इस बारे में कहा, “राठौर मरीजों को मसाज थैरेपी देने में खासा रुचि रखता था। महिला मरीज इलाज के दौरान उसे खुद को इसलिए छूने देती थीं, क्योंकि वह उस पर विश्वास करती थीं। उन्हें लगता था कि वह सच में उनका ट्रीटमेंट कर रहा होता था, मगर असल में उसकी मंशा कुछ और ही होती थी।”
डॉक्टर की इस गंदी हरकत का खुलासा तब हुआ, जब एक बार वह महिला मरीज को गंदी नीयत से छू रहा था। अचानक किसी ने तभी दरवाजा खटखटा दिया था। महिला मरीज ने इस दौरान पाया कि डॉक्टर अपनी पतलून नहीं पहने था। महिला मरीज ने इसी के बाद पुलिस में उसकी शिकायत की, जिसके बाद डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। राठौर तीन साल की उम्र में परिवार के साथ ब्रिटेन आ गया था, जहां उसने यूनीवर्सिटी ऑफ मैंचेस्टर से मेडिसिन की पढ़ाई की। 1980 में उसने बाद में एक अस्पताल के स्पाइनल सर्जरी सेक्शन में हाउस ऑफिसर के पद पर काम किया था।