पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी को अमेरिका की हालिया यात्रा के दौरान सामान्य सुरक्षा जांच के गुजरना पड़ा। इस बात से पाकिस्तान मीडिया बेहद नाराज है और वहां इसकी फुटेज चलाई जा रही है। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि ट्रंप प्रशासन की ओर से पाकिस्तानी सरकार के व्यक्तियों पर वीजा बैन और अन्य प्रतिबंध लगाए जाने पर विचार हो रहा है। वॉशिंगटन ने सोमवार को 7 पाकिस्तानी कंपनियों पर प्रतिबंध भी लगाया। इन पर शक था कि उनका परमाणु कारोबार से जुड़ाव है।
पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर दिखाई जा रही फुटेज में अब्बासी अपनी पैंट दुरुस्त करते नजर आते हैं। इसके बाद वह अपना बैग और कोट उठाते हैं और सिक्युरिटी चेक से बाहर निकल जाते हैं। चैनलों के अनुसार यह अमेरिकी एयरपोर्ट का दृश्य है। अब्बासी पिछले सप्ताह एक निजी यात्रा पर अपनी बीमार बहन को देखने अमेरिका गए थे। हालांकि, वहां उनकी मुलाकात अचानक उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से हो गई, जिन्होंने स्पष्ट शब्दों में उनसे कहा कि उन्हें आतंकी समूहों को पोषण देने की अमेरिका की चिंता को लेकर और प्रयास करने होंगे।
पाकिस्तान के टीवी एंकर बेहद गुस्से में नजर आ रहे हैं। एक ने कहा, ”उन्हें यह कहने के लिए शर्मिंदा होना चाहिए कि यह एक निजी यात्रा थी। वह प्रधानमंत्री हैं, उनका एक डिप्लोमैटिक पासपोर्ट है, प्राइवेट विजिट जैसी कोई चीज नहीं होती। वह देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जब आप 22 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं तो कुछ प्रोटोकॉल होते हैं।”
यह बात ऐसे समय में सामने आई है, जब एक मैगजीन ने रिपोर्ट दी है कि ट्रंप प्रशासन इस्लामाबाद पर अभूतपूर्व राजनैतिक प्रतिबंध लगाना चाहता है। अमेरिका पाकिस्तान को मुख्य गैर-नाटो सहयोगी के दर्जे से हटा सकता है। इसके अलावा दो महीने पहले रोकी गई अमेरिकी सैन्य सहायता को पूरी तरह बंद किया जा सकता है। यही नहीं, आतंकियों को समर्थन देने के जिम्मेदार माने जाने वाले राजनेताओं पर वीजा प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं।
पिछली कुछ सरकारों से अलग, ट्रंप के करीबी इस साल सैन्य सहायता का सालाना फ्लो रोकना चाहते हैं। इससे पाकिस्तान के रक्षा बजट पर खास असर पड़ेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ”अमेरिकी कर्मचारियों और क्षेत्र में अपने हितों की रक्षा के लिए जो भी जरूरी है, हम करने को तैयार हैं।”